जिन्होंने 1947 में मजहब के नाम पर अलग देश ले लिया उन्हें तो इस देश के पाठ्यक्रम ने पूरा सम्मान दिया और जिन लोगों 1962 में चाइना के साथ युद्ध में इस देश के लिए अपना बलिदान दिया उन्हें देश के स्कूली पाठ्यक्रम से बाहर फेंक दिया। कुछ दिन पहलेRead More →