बिहार में दरिंदगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिहादी संक्रमण बिहार में तेजी से फैल रहा है फिर से जिहादी करतूत का एक मामला सामने आया है जहाँ छह साल की दलित मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोपी मोहम्मद मेजर नाम के युवक को यहां के लोग दरिंदा कहते हैं। मेजर के पिता शमशेर पंचायत का मुखिया रह चुका है। पूरा परिवार दंबग के रूप में क्षेत्र में जाना जाता है। बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाला मेजर इससे पहले भी इस गंदे काम के लिए जेल जा चुका है। उसपर दुष्कर्म के तीन मामले दर्ज हैं। गांव की महिलाओं का कहना है कि ऐसे दुष्कर्मी को फांसी की सजा हो जानी चाहिए।
मोहम्मद मेजर के ऊपर दो मामले अररिया महिला थाने में और एक मामला पूर्णिया के जानकीनगर में दर्ज है। हालांकि, महिलाओं के साथ उसका व्यवहार हमेशा गंदा रहा है। दबंगई के कारण कई मामले थाना तक नहीं पहुंच पाता है। ताजा मामला बुधवार का है, जहां एक छह साल की मासूम बच्ची के दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। मेजर ने ट्रैक्टर से बच्ची के दादा की खेत की जुताई की।
शाम को खेत की जुताई के बाद आरोपी दरिंदा पीड़ित के घर पर आया। घर के बरामदे पर छह साल की मासूम अपने दादा के साथ लेटी हुई थी। आरोपित ने बच्ची से पीने के लिए पानी मांगा। जब बच्ची चापाकल के पास पानी लेने जा ही रही थी कि इसी क्रम में आरोपी युवक ने पीछे से बच्ची का मुंह दबाकर अपने साथ उठा ले गया।
बच्ची के दादा ने जब आरोपी को अपनी पोती को ले जाते देखा, तो उन्होंने शोरगुल मचाना शुरू किया। लेकिन उसके डर से कोई सामने नहीं आया। इसके बाद परिजनों ने खोजबीन भी की,लेकिन निराशा हाथ लगी। बाद में आरोपित मेजर ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद पीड़ित मासूम बच्ची को अपने साथ लाकर घर पर छोड़ दिया। बच्ची खून से लथपथ थी। इस घटना के बाद दलित परिवार के लोग काफी डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि दुष्कर्मी कभी भी किसी के साथ कुछ कर सकता है। उसकी गिरफ्तारी जल्द हो और उसे फांसी की सजा दी जाए।
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