पाकिस्तान के सियालकोट में इस्लाम का अपमान करने के आरोप में कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक श्रीलंका नागरिक को पीट-पीटकर मार डाला। उसके बाद सरेआम व्यक्ति की लाश में आग लगा दी। मृतक श्रीलंकाई व्यक्ति का नाम प्रियंता कुमार था। वह सियालकोट में एक फैक्ट्री में एक्सपोर्ट मैनेजर था। प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया। कहा कि सियालकोट में एक कारखाने पर भीषण हमला और श्रीलंकाई प्रबंधक को जिंदा जलाना पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है। मैं जांच को देख रहा हूं, ताकि कोई गलती न हो। उन सभी को कानून की पूरी गंभीरता से दंडित किया जाएगा। गिरफ्तारियां जारी हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल प्रियंता कुमार ने कथित तौर पर तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) का एक पोस्टर फाड़ दिया था। जिसमें कुरान की आयतें लिखी हुई थीं। उसे कूडेदान में फेंक दिया था। प्रियंता के ऑफिस से लगी दीवार पर पोस्टर चिपका हुआ था। फैक्ट्री के कुछ कर्मचारियों ने उन्हें पोस्टर हटाते हुए देखा और बात फैला दीं। ईशनिंदा की घटना से नाराज सैकड़ों लोग फैक्ट्री के बाहर आसपास के इलाकों से इकट्ठा होने लगे। उन्हें से ज्यादातर टीएलपी के समर्थक थे। भीड़ ने प्रियंता कुमार को कारखाने से बाहर लेकर आए और जमकर मारा। फिर उसके शरीर को जला दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसमें दिखाई दे रहा है कि श्रीलंकाई नागरिक के शव के आसपास लोग जमा थे। वे टीएलपी के नारे लगा रहे थे। बता दें इमरान सरकार ने हाल में टीएलपी के साथ एक गुप्त समझौते पर हस्ताक्षर कर उसपर से बैन हटा दिया था। जिसके बाद संगठन के प्रमुख साद रिजवी और 1500 से अधिक आतंकवादी को जेल से रिहा कर दिया था। इसके बाद टीएलपी ने फ्रांसीसी राजदूत को निकालने की अपनी मांग वापस लेने के बाद पंजाब में अपना धरना समाप्त कर दिया था।
100 संदिग्धों को किया गिरफ्तार
पुलिस महानिरीक्षक राव सरदार अली खान ने कहा कि हमने आतंकवाद और अन्य आरोपों के तहत 100 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारियां की जा रही हैं। इस घटना नें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा
इस बीच पाक के राष्ट्रपति आरिफ अल्टी ने कहा, सियालकोट की घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद और शर्मनाक है। यह किसी भी तरह से धार्मिक नहीं है। वहीं कोलंबो में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सुगेश्वर गुणरत्ने ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि इस्लामाबाद में उनका दूतावास पारिस्तानी अधिकारियों के साथ घटना के विवरण की पुष्टि कर रहा है। उन्होंने कहा, श्रीलंका को उम्मीद है कि पाक के अधिकारी जांच और न्याय सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
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