केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार की शाम को होने वाले फेरबदल और विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों ने पद से इस्तीफा दे दिया. इनमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबश्री चौधरी शामिल हैं. सूत्रों से इस बात की जानकारी मिली है.
रमेश पोखरियाल निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. निशंक अप्रैल में कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद से उनकी तबीयत खराब चल रही थी. ठीक होने के बाद भी उन्हें जून में दोबारा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (AIIMS) में भर्ती होना पड़ा था.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है. गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यियकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि एवं रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं. वहीं, महाराष्ट्र के अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है.
कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर शपथ लेंगे नेता
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे सभी नेता, शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शपथ ग्रहण समारोह में मंत्री पद की शपथ लेंगे. प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार करने वाले हैं.
मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं. नियमों के मुताबिक केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्यों की अधिकतम संख्या 81 हो सकती है. आज सुबह मंत्री पद के संभावित चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आधिकारिक आवास पर पहुंचे.
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