एक बार बड़ी जंग की ओर बढ़ रहा अफगानिस्तान, राष्ट्रपति गनी

तालिबान और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों के हमले झेल रहे अफगानिस्तान में हालात जल्दी संभलते नहीं दिख रहे हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को ईद के मौके पर दिए अपने भाषण में कुछ ऐसा ही संकेत दिया। अशरफ गनी ने ईद से एक दिन पहले राष्ट्रपति भवन के पास तीन रॉकेट दागे जाने की आलोचना करते हुए कहा कि तालिबान शांति प्रक्रिया का हिस्सा बनने के मूड में नहीं है। अशरफ गनी ने कहा कि तालिबान की हरकतें बताती हैं कि शांति प्रक्रिया में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने कई चीजें साफ कर दी हैं।

अशरफ गनी ने कहा, ‘तालिबान ने कई चीजों को स्पष्ट किया है। अब्दुल्ला ने कुछ समय पहले ही मुझे बताया है कि तालिबान की इच्छा शांति की नहीं है। हमने एक डेलिगेशन भेजा था और कहा था कि हमारी इच्छा शांति व्यवस्था कायम करने की है और हम इसके लिए कुछ भी कुर्बानी करने के लिए तैयार हैं। लेकिन उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है। ऐसे में हमें उनके इस फैसले के आधार पर ही आगे की तैयारी करनी होगी।’ अशरफ गनी ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने बीते 20 सालों में बड़ी कुर्बानी दी है। अपनी मिट्टी और सम्मान की रक्षा के लिए हम आगे भी संघर्ष जारी रखेंगे।

गनी बोले, नया अफगानिस्तान अब अफगान ही करेंगे तैयार

अशरफ गनी ने कहा कि खासतौर पर बीते तीन महीनों में हमारे सुरक्षा बलों ने बड़ा बलिदान दिया है। हमने बहुत से लोगों को खोया है। अफगान राष्ट्रपति ने कहा कि बीता सप्ताह मैंने एक प्रैक्टिकल प्लान पर काम करने के लिए प्रयास किया था। यह प्लान अब तैयार हो गया है और सुरक्षा के मामले में इसे दो हिस्सों में तैयार किया गया है। उन्होंने ईद के मौके पर लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि अफगानिस्तान का भविष्य अफगानों की ओर से तय किया जाएगा। तालिबान पर हमला बोलते हुए गनी ने कहा कि हमारी ओेर से बीते कुछ दिनों में उनके 5,000 कैदियों को जेल से रिहा किया गया है। इसके बाद भी वे बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं।

(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे Rang De Basanti  टीम ने संपादित नहीं किया है.)

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