इजराइल ने लेबनान के रॉकेट हमलों का दिया करारा जवाब, हवाई हमले से दहला दिए कई जिले

इजराइल ने बृहस्पतिवार को लेबनान पर दुर्लभ हवाई हमले शुरू करके इस सप्ताह रॉकेट हमलों के जवाब में अपनी प्रतिक्रिया तेज कर दी।

सेना ने एक बयान में बताया कि जेट विमानों ने उन स्थलों पर हमले किये, जहां से पिछले दिन रॉकेट दागे गए थे, साथ ही विमानों ने एक अतिरिक्त लक्ष्य को भी निशाना बनाया जिसका इस्तेमाल अतीत में इजराइल पर हमला करने के लिए किया गया था। आईडीएफ ने गोलाबारी के लिए लेबनान को जिम्मेदार ठहराया और ”इजराइल के नागरिकों और इजराइल की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने के आगे के प्रयासों के खिलाफ चेतावनी दी।”

रात के समय किये गए हवाई हमलों को राजनीतिक रूप से संवेदनशील समय में तनाव बढ़ाने वाले कदम के तौर पर देखा जा रहा है। इजराइल का नया आठ-दलीय सत्ताधारी गठबंधन एक नाजुक संघर्षविराम के तहत शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहा है, जिसने मई में गाजा में हमास के साथ 11 दिवसीय युद्ध को समाप्त किया था। लेबनान से इस सप्ताह रॉकेट हमले की कई घटनाएं हुई हैं जो इजराइल की उत्तरी सीमा पर केंद्रित थी। अमेरिका ने इजराइल पर हमलों की निंदा की है।

हिजबुल्लाह के स्वामित्व वाले अल-मनार टीवी ने देर रात लगभग 2 बजे हमलों की सूचना देते हुए कहा कि इसके तहत मरजायौन जिले के महमौदिया गांव में एक खाली क्षेत्र को निशाना बनाया गया। इजराइली सेना के अरबी भाषा के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने कहा कि लेबनान के क्षेत्रों में जो कुछ भी होता है उसके लिए लेबनान सरकार जिम्मेदार है। उसने दक्षिण लेबनान से इजराइल पर और अधिक हमले किए जाने के खिलाफ चेतावनी दी।

इजराइल की सेना ने कहा कि बुधवार को लेबनान से इजराइली क्षेत्र में तीन रॉकेट दागे गए और सेना ने लगातार तोपखाने का इस्तेमाल करके उनका जवाब दिया। यह घोषणा उत्तरी इजराइल में संभावित रॉकेट हमले की चेतावनी को लेकर सायरन बजने के बाद हुई। सेना ने कहा कि दो रॉकेट इजरायली क्षेत्र में गिरे। चैनल 12 ने बताया कि एक रॉकेट खुले क्षेत्र में फटा और दूसरे को इजराइली रक्षा प्रणाली आयरन डोम ने रोक दिया ।

लेबनानी सेना ने अपने यहां से दागे जाने वाले रॉकेट के जवाब में लेबनान के गांवों पर इज़राइल द्वारा तोपों से 92 गोले दागे जाने की सूचना दी। इसने कहा कि इजराइली तोपखाने की गोलाबारी के परिणामस्वरूप राशा अल-फुखर गांव में आग लग गई। लेबनानी सेना ने एक बयान में यह भी कहा कि वह सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त कर रही थी और उसने कई चौकियों की स्थापना की थी। उसने यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की थी कि रॉकेट कहां से दागे गए।

लेबनान के सुरक्षा अधिकारियों ने इजराइली हवाई हमले की तुरंत पुष्टि नहीं की। हाल के महीनों में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने लेबनान से रॉकेट दागे जाने की निंदा की। उन्होंने वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा, ”इजराइल को इस तरह के हमलों के खिलाफ खुद का बचाव करने का अधिकार है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका ”स्थिति को शांत करने के प्रयास में इस क्षेत्र में भागीदारों के साथ जुड़ा रहेगा।”

संयुक्त राष्ट्र में, प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन, जिसे यूनिफिल के नाम से जाना जाता है, रॉकेट दागे जाने और इजराइल की तोपखाने की प्रतिक्रिया से अवगत था। उन्होंने कहा कि यूनिफिल के कमांडर मेजर जनरल स्टेफानो डेल कर्नल ने संघर्षविराम की अपील की और दोनों पक्षों से ”स्थिति को और बिगड़ने से बचने के लिए अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया।”

(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे Rang De Basanti  टीम ने संपादित नहीं किया है.)

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